
Types of OCD Disorder in Hindi
क्या आपने कभी ऐसे लोगों को देखा है जो बार-बार एक ही काम करते हैं, जैसे बार-बार हाथ धोना, बहुत अधिक सफाई करना, या फिर किसी काम को बार-बार चेक करना?
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये लोग ये सब जानबूझकर करते हैं या ये उनकी आदत बन चुकी है!
हालांकि दिखने में ये सब normal habits की जैसे ही लगती है पर अगर medical prespective से देखा जाये तो ये OCD हो सकता है।
OCD एक medical condition है, जिसमें व्यक्ति अपनी आदतों और विचारों पर से नियंत्रण खो देता है अर्थात उसके ना चाहते हुए भी वह एक ही काम काम को बार बार करता है।
अब आप सोच रहे होंगे, ऐसा क्यों होता है? क्या यह किसी मानसिक समस्या का लक्षण है?
यह सही है कि OCD मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी एक complex situation है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि इससे प्रभावित व्यक्ति मानसिक रूप से कमजोर हैं।
OCD के होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें स्ट्रेस (stress), बुलिंग (bulling), और जेनेटिक हिस्ट्री (genetic history) शामिल हैं तथा इनके विभिन्न प्रकार होते हैं, जिनके बारे में समझना और जानना बेहद महत्वपूर्ण है।
इस blog के द्वारा डॉ. संजय जैन हमे विस्तार से बतायेंगे OCD के विभिन्न प्रकारों (Types of OCD Disorder in Hindi) के बारे में ताकि आप इस मानसिक स्थिति को बेहतर समझ सकें और इसके लक्षणों सही समय पर इलाज का निर्णय ले सकें।

11 Types of OCD Disorder
अभी आपने जाना कि OCD क्या होता है और इसके पीछे के common कारण क्या हो सकते हैं।
लेकिन, क्या आप जानते हैं कि OCD के कई प्रकार होते हैं?
अक्सर लोग OCD को सिर्फ बार-बार सफाई करने या एक ही काम दोहराने तक सीमित मानते हैं, लेकिन यह इससे कहीं ज्यादा है। OCD के कोई fix types नहीं होते, ये infinity types के होते हैं।
कारण ये कि OCD असल में किसी भी person की कोई भी thought, कोई भी subject, या किसी भी डर से related हो सकता है। कई ऐसे व्यवहार होते हैं, जिन्हें हम सामान्य समझते हैं, लेकिन वे वास्तव में OCD के लक्षण हो सकते हैं।
तो आइए, विस्तार से जानते हैं Types of OCD Disorder in Hindi.
1. Contamination OCD
OCD के प्रकारों में सबसे पहला और सबसे ज्यादा देखे जाने वाला प्रकार Contamination OCD है अगर किसी व्यक्ति को Contamination OCD है, तो वह बार बार हाथ धोना ,ज्यादा सफाई करना और दूसरों के सम्पर्क में आने से बचने लगता है इसके अलावा वह सार्वजानिक जगहों पर जाने या बाहर का खाना भी avoid करने लगता है।
लेकिन इसके पीछे क्या धारणा हो सकती है?
इसके पीछे का कारण है बैक्टीरया और बीमारियों से बचाव!
साफ़ सफाई maintain करना सही है, पर जब ये डर का रूप ले ले और हद से ज्यादा बढ़ने लगे तो ये आपकी रोजमर्रा की ज़िंदगी को प्रभावित करता है।
Contamination OCD के कई cases में देखा गया है कि व्यक्ति को इस बात का भी डर रहने लगता है कि उसके कारण दूसरे लोग बीमारी या अन्य समस्या में ना पड़ जाये।
2. Hoarding Disorder
OCD का यह प्रकार हम में से कई लोगों ने देखा या सुना होगा, जहाँ व्यक्ति गैर-ज़रूरी चीज़ों को इकट्ठा करता रहता है। जब उनसे पूछा जाए, तो वे इसे ज़रूरी बताने लगते हैं, लेकिन असल में यह उनकी चिंता या डर का नतीजा होता है।
उन्हें लगता है कि अगर यह सामान फेंक दिया और बाद में ज़रूरत पड़ी तो क्या होगा? यही सोच उन्हें गैर-ज़रूरी चीज़ें भी जमा करने के लिए मजबूर कर देती है। इस स्थिति को medical language में Hoarding disorder बोला जाता है। Hoarding Disorder में व्यक्ति बेकार चीजों को भी फेकने से डरता है, चाहे वे अनुपयोगी ही क्यों न हो।
3. Harm OCD
Harm OCD में व्यक्ति के मन में लगातार यह डर बना रहता है कि कहीं वह खुद को या किसी और को चोट न पहुंचा दे। इसका कोई इरादा नहीं होता, लेकिन वह इन विचारों को रोक नहीं पाता है।
बार-बार ऐसे ख्याल आने से व्यक्ति बेचैन और चिड़चिड़ा महसूस करने लगता है। वह दूसरों से दूरी बनाने की कोशिश करता है, क्योंकि उसे डर रहता है कि कहीं उससे गलती से कोई नुकसान न हो जाए।
यह समस्या धीरे-धीरे उसकी मानसिक शांति और रिश्तों पर असर डाल सकती है। इसलिए, अगर किसी में ऐसे लक्षण दिखें, तो समय रहते डॉक्टर से संपर्क करना ज़रूरी है ताकि इसे कंट्रोल किया जा सके।
4. Relationship OCD
अक्सर हम देखते हैं कि कुछ लोग बिना किसी ठोस वजह के अपने पार्टनर पर शक करने लगते हैं, उनके साथ सही व्यवहार नहीं कर पाते और बार-बार यह सोचते हैं कि उनका रिश्ता सही है या नहीं। इसे रिलेशनशिप OCD कहा जाता है।
ये सुनने में अजीब लग सकता है पर इसमें व्यक्ति को बार-बार यह डर सताता है कि कहीं उसका रिश्ता गलत तो नहीं, वह अपने पार्टनर के लिए सही है या नहीं, या फिर उसका पार्टनर उसे वाकई प्यार करता है या नहीं।
इससे व्यक्ति के मन में लगातार संदेह और बेचैनी बनी रहती है, जिससे रिश्ता तनावपूर्ण हो सकता है। अगर यह समस्या रोज़मर्रा की ज़िंदगी को प्रभावित करने लगे, तो यह संकेत हो सकता है कि व्यक्ति रिलेशनशिप OCD से जूझ रहा है। इसे नजरअंदाज करने से रिश्तों में दरार आ सकती है, इसलिए समय रहते सही इलाज लेना जरूरी है।

5. Health OCD
अपनी सेहत को लेकर सतर्क रहना जरूरी है, लेकिन जब यह चिंता हर वक्त बनी रहे और रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करने लगे, तो यह हेल्थ OCD हो सकता है। इस OCD में व्यक्ति को हमेशा लगता है कि वह किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त है, भले ही उनकी medical reports normal हों।
वे बार-बार डॉक्टर के पास जाते हैं, medical test कराते हैं और google पर अपनी सोची हुई बीमारी के लक्षण search करते रहते हैं। छोटी-मोटी स्वास्थ्य समस्याओं को भी गंभीर मानकर अनावश्यक तनाव लेने लगते हैं, जिससे उनकी मानसिक शांति और जीवन की गुणवत्ता भी प्रभावित होने लगती है।
6. Intrusive Thought
हमारा दिमाग हर समय सक्रिय रहता है, और अनगिनत विचार आते-जाते रहते हैं, जिन पर हम ज्यादातर ध्यान नहीं देते। यह सामान्य है, लेकिन Intrusive Thought OCD में व्यक्ति के दिमाग में अनचाहे और नकारात्मक विचार बार-बार आते हैं, जिन पर उसका कोई नियंत्रण नहीं रहता।
ये विचार अश्लीलता, हिंसा या अनैतिक कार्यों से जुड़े हो सकते हैं, जिससे व्यक्ति guilt महसूस करने लगता है। डर के कारण वह लोगों से दूरी बनाने और बातचीत बंद करने लगता है, क्योंकि उसे लगता है कि अगर किसी को उसके इन विचारों के बारे में पता चला तो वे उसे गलत समझेंगे।
हालांकि, यह OCD का एक मानसिक प्रभाव है, जिसे सही थेरेपी और इलाज से कंट्रोल किया जा सकता है।
7. Symmetry OCD

अपने घर, ऑफिस या आस-पास की चीज़ों को सही तरीके से व्यवस्थित रखना आम बात है, लेकिन जब चीज़ें ज़रा भी इधर-उधर होने पर गुस्सा, बेचैनी या असहज महसूस हो, तो ये सामान्य नहीं है।
इसे Symmetry OCD कहा जाता है। OCD का यह एक आम प्रकार है, जिसमें व्यक्ति को हर चीज़ को एक Symmetry Parttern या Perfect तरीके से रखने की ज़रूरत महसूस होती है।
जैसे अगर कोई वस्तु इधर-उधर फैली हो, तो उसे सही किए बिना कोई और काम नहीं कर सकते, चाहे वह कितना ही ज़रूरी क्यों न हो। इसके अलावा किसी भी चीज को उसकी निशचित तरीके से रखना जैसे दरवाज़े को बंद करने के बाद कई बार चेक करना, या चीज़ों को एक निश्चित पैटर्न में रखने की मजबूरी महसूस करना भी इसके लक्षण हो सकते हैं।
8. Checking
OCD के प्रकार (Types of OCD Disorder in Hindi ) में से एक अन्य प्रकार Checking OCD है। इस OCD में व्यक्ति को बार-बार चीज़ों को जांचने की आदत होती है, जैसे कि पंखा, दरवाज़ा, गैस या लाइट बंद की या नहीं या email or message को बार बार पढना आदि।
इसकी वजह से उनके मन में यह डर बना रहता है कि कहीं उनसे कोई गलती न हो जाए या कोई अनहोनी न हो जाए। जब यह आदत रोज़मर्रा की ज़िंदगी को प्रभावित करने लगे और दूसरों के लिए भी परेशानी का कारण बनने लगे, तो यह Checking OCD का संकेत हो सकता है।
9. Aggressive or Sexual Thoughts
इस OCD में व्यक्ति के दिमाग में ऐसे विचार आने लगते हैं, जो वह खुद नहीं चाहता जैसे अचानक किसी को नुकसान पहुँचाने या अनुचित यौन विचारों का आना। जबकि ये ख्याल व्यक्ति control में नहीं होते, जिससे वह खुद को guilt और stress में महसूस करने लगता है।
अक्सर, ये विचार इतने डरावने या अजीब होते हैं कि व्यक्ति खुद को दोषी समझने लगता है और खुदको दूसरों से अलग थलग करने लगता है जबकि हकीकत में उसका ऐसा कुछ करने का कोई इरादा नहीं होता है।
इस OCD के लक्षणों में बच्चों के प्रति अनुचित यौन विचार आना, बिना वजह किसी पर गुस्सा करने की आशंका, या अचानक आक्रामक व्यवहार की चिंता शामिल हो सकती है। व्यक्ति इन विचारों को रोकने की पूरी कोशिश करता है, लेकिन यह बार-बार उसके दिमाग में आते रहते हैं, जिससे उसका मानसिक तनाव बढ़ता जाता है।
10. Body Dysmorphic Disorder
Body Dysmorphic Disorder (BDD) एक ऐसी medical condition है, जिसमें व्यक्ति को अपने शरीर की बनावट में बहुत सी कमियां नजर आने लगती हैं, चाहे असल में ऐसा कुछ हो या नहीं।
हर इंसान की अपनी एक अलग पर्सनालिटी और रूप-रंग होता है, लेकिन जो व्यक्ति इस disoder से पीड़ित होता है, वह खुद को बार-बार आईने में देखता है और अपने शरीर में कमी ढूंढने लगता है।
BDD से पीड़ित व्यक्ति अपने looks को लेकर अत्यधिक चिंतित रहता है, उसे ऐसा लगता है कि उसकी नाक, बाल, त्वचा या शरीर की बनावट में कोई कमी है, जिसे ठीक करना जरूरी है। इस चिंता के चलते वह बार-बार makeup करने, filter इस्तेमाल करने या cosmatic और medical treatment लेने की कोशिश करता है।
यह समस्या धीरे-धीरे उसके आत्मविश्वास और रोजमर्रा की जिंदगी को प्रभावित करने लगती है।
11. Pedophilia OCD
हम जितना भी सोचते हैं, उसमें से कई विचार ऐसे होते हैं जिनका कोई खास मतलब नहीं होता है। लेकिन कुछ लोग इस स्थिति में फंस जाते हैं कि उनका उन विचारों पर कोई नियंत्रण नहीं रहता और ऐसी ही एक अवस्था है Pedophilia OCD.
Pedophilia OCD में व्यक्ति को डर रहता है कि वह अनजाने में बच्चों के प्रति गलत भावनाएं रख सकता है जो उसे खुद के ही सामने शर्मिंदा महसूस कराते हैं।
इसके कारण वह खुद से बार-बार यही सवाल करने लगता है कि कहीं वह गलत इंसान तो नहीं?
लेकिन ऐसा नहीं है। यह एक मानसिक स्थिति है जिसमें व्यक्ति के विचारों पर उसका नियंत्रण नहीं रहता। सही ट्रीटमेंट और थेरेपी से इसे ठीक किया जा सकता है।
Conclusion
आज के समय में बहुत से लोग OCD से पीड़ित हैं, लेकिन उन्हें इस बारे में पता नहीं होता कि शुरुआत में साधारण सी दिखने वाली यह एक गंभीर समस्या हो सकती है।
इसके कारण न सिर्फ उनके दैनिक जीवन पर असर पड़ता है, बल्कि उनके career और रिश्तों में भी मुश्किलें आने लगती हैं। लेकिन अगर समय रहते इसके बारे में जागरूकता बढ़ाई जाए और सही इलाज कराया जाए, तो इसे control किया जा सकता है।
इस blog में आपने OCD के विभिन्न प्रकारों (Types of OCD Disorder in Hindi) के बारे में विस्तार से जाना ऐसे में अगर आपको या आपके किसी जानने वाले को OCD के लक्षण दिख रहे हैं, तो इसे नजरअंदाज न करें।
यदि आप भी ऐसी किसी समस्या का सामना कर रहे हैं तो घबराएं नहीं डॉ. संजय जैन, जो 12+ साल के अनुभवी psychiatrist हैं, आपकी मदद कर सकते हैं।
सही इलाज और थेरेपी से OCD को कंट्रोल किया जा सकता है। आज ही अपना free consultation बुक करें।

Dr. Sanjay Jain is a highly qualified and one of the best psychiatrist in Jaipur, India, with over 13 years of experience. He earned his medical degrees from SMS Medical College and Hospital. Dr. Jain is known for his global research work on mental health. He believes in not just using medicine but also educating and working with patients to find the best treatment plan. He was recognized as one of Jaipur’s top psychiatrists in 2020 by threebestrated.com, a trusted US-based ranking company.
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